दिली की नई मुख्यमंत्री Atishi ने सुमबार को अपना कारेभार तो समभाल लिया। लेकिन बतौर मुख्यमंत्री दिया गया अपना पहला हस्ताक्षरत आदेश उन्हें कुछ ही घंटों में वापस लेना पड़ गया। अब इस आदेश को जल्द ही नए सिरे से दुबारा ज्वारी किया था। एलजी की स्विकृति के लिए इस आदेश को उन्होंने राजनिवास भी भेज दिया। तो वहीं बता दें आपको नई मुख्यमंत्री आतीशी ने सुमबार 23 सितंबर को बदभार समभाल लिया वो सुबह करीब 12 बज़े सी एम ओफिस पहुंची और सभी होने वाले चुनाओं के बाद दिल्ली के लोग केजरिवाल को फिर से उसी कुर्सी पर बिठाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि तब तक यह कुर्सी इसी कमरे में रही गया और केजरिवाल जी का इंतजार करेंगी। दिली शराप बिती मामले में 13 सितंबर को जमानत पर बाहर महिने दिल्ली सरकार चलाऊंगी। आज मैंने दिल्ली के सीयम का कार्यभार संभाला है मेरे मन में यही वैठा है कि जब जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष के लिए आयोध्या से आयोध्या का साशन संभाला जिस तरह भरच ने 14 साल.
पर भगवान श्रीराम के घंड़ाओं रखकर आयोध्या का साशन संभाला उसी तरह से आने वाले चार महीने के लिए में दिल्ली सरकार चलाऊंगी। भगवान श्रीराम ने अपने पिताजी द्वारा दिए गए वचन को निभाने के लिए 14 साल का बनवास कार किया। इसलिए हम भगवान श्रीराम को मर्यादा पूर्शुत्तम कहते हैं उनके जिंदगी में हम सबके लिए। मर्यादा और नयतिकता की एक मिसाल है बिल्कुल उसी तरह अर्विंद केजरीवाल ने इस देश की राष्णिति में मर्यादा
ने दिखता कि एक मिसाल कायम की है पिछले दो साल से बीजेपी ने अर्विंद केजरीवाल पर कीचड़ उठाने के लिए कोई भी कस्त नहीं छोड़ा।
अतिश्य ने शनिवार को दिल्ली की नौवे मुख्यमंत्री के रूप में शब्द ली उपराज्यपाल ने उन्हें केजरीवाल में शब्द दिलाई शब्द लेने के बाद अतिश्य ने अर्विंद केजरीवाल के पैठ चुए। पता दे अतिश्य दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री है उनकी उम्र करीबन 43 साल है जबकि अर्विंद केजरीवाल 42 साल की उम्रे में ही मुख्य मंत्री बने थी। इसके अलावा वे सुष्मा स्वराद उसीला दिक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्य मंत्री है। इसके साथ ही आपको बता दें कि अतीशी ने सिक्षा पीड़ डब्लूजी और वित्य समय 1
भाग अपने पास रखे हैं। सौरभारदवाज को स्वास्थ्य सहित आर्थ प्रमुख भागों का जिम्मा सौपा गया है अतीशी कालका जी सीट से तीन बार की विधायक रह चुकी है। केजरीवाल 17 सितंबर की शाम उपराजय पाल कुछ लिए पच्च स्तिफा पापा तो इस दौरान अतीशी तथा चार मंत्री उनके साथ मौजूद थे। इसके बाद अतीशी ने सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। अतीशी ने कहा कि अगली चुनाव तक उनके पास दो प्रमुख काम है पहला दिल्ली के लोगों को भाषपक के परियंत्र से बचाना और दूसरा अर्विंद केशरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना। फिलाल इस खबर में अभी के लिए इतना ही।